लेखनी आरती संग्रह - आरती श्री दुर्गा जी की

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आरती श्री दुर्गा जी की ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुम को निशदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी. ॐ जय अम्बे... मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमद को उज्जवल से ...

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